उस राह के कोई पहलू में हम उनसे बिछड़ गए
पता नहीं था कितनी दुःख देगी ,फिर भी निकल लिए
यह जिंदगी भी क्या चीज़ है, हम आये दिन जीते हैं
फिर भी जीनेवाला कहीं और ही रह जाता है
पता नहीं था कितनी दुःख देगी ,फिर भी निकल लिए
यह जिंदगी भी क्या चीज़ है, हम आये दिन जीते हैं
फिर भी जीनेवाला कहीं और ही रह जाता है
No comments:
Post a Comment